दिमाक तेज कैसे करे

दिमाक तेज कैसे करे / How can improved mind hindi

दिमाक तेज कैसे करे यह आज हर ब्यक्ति अपने बच्चे के
लिये तेज दिमाक चाहता है। दिमाक को कोई खरीद नही सकता है।यह प्रकृति द्वारा दिया गिफ्ट है। दिमाक को तेज करने के अनेक टॉनिक बाजार में उपलब्ध है।लेकिन उसके
बाबजूद क्या किसी का दिमाक तेज हो पाया है।


 दिमाक कोतेज करने से मतलब है कि हम जो भी पढ़ रहे है सीख रहे है।उसको हम आसानी से सीख जाय या हमे वो चीज आरामसे याद हो जाये। दिमाक प्रकति की देन है।किस्मत भी प्रकृति की देन है। आपने देखा होगा कि बहुतसेबच्चे को अच्छा खाना नही मिलता है फिर भी वे अच्छे मार्क से पास होते है।

बहुत से बच्चे जो अमीर है बहुत रुपया पैसा है फिर
भी उनके बच्चे का दिमाक कमजोर रहता है। वे बहुत  मेहनत करते है। फिर भी सफल नही हो पाते है। इसलिये
दिमाक को तेज करने के लिये आप अपने बच्चे को अच्छा
भोजन दे।उसका खानपान की उचित ब्यवस्था करे। कोई
खास विटामिन आप नही भी देते है। तो कोई बात नही। आप बिना किसी स्पेशल विटामिन के भी दिमाक को तेज
कर सकते है।

दिमाक तेज के लिये अनार का सेवन

यदि आप दिमाक तेज को कुछ खाना ही चाहते है तो अनार खा सकते है।अनार के अंदर ऐसे तत्व है जो आपके शरीर के
अंदर सुस्ती को दूर भगाएगा। शरीर के अंदर हीमोग्लोबिन
की मात्रा को बढ़ाएगा। शरीर को तागत देगा।जिससेदिमाक 
तेज होने में मदद मिलेगी। जब शरीर मे ब्लड का प्रेशर ठीक
रहेगा। शरीर मे किसी किस्म की कमजोरी नही रहेगी।


आप स्वस्थ्य महसूस करेंगे तो हर कार्य को आप अच्छा से कर पाएंगे। लेकिन यह पूरी तरह से नही कह सकते हैकिआपका दिमाक तेज हो जाएगा। इतना समझ लीजिये की दिमाक प्रकति की अमूल्य देन है।इसको संभाल कर रखो। बस आप उन चीजों को दिमाक तेज के लिये बढ़ा सकते हो जिनकी वजह से दिमाक तेज होने के वाबजूद आप अपना काम बढ़या ढंग से नही कर पा रहे है।

 अनार के अंदर बहुत से विटामिन है जो दिल दिमाक दोनों को ठीक रखेगे।इस लिये यदि आपको लगता है कि आपका दिमाक कमजोर है तो आप अनार का सेवन कर सकते है।

दिमाक के लिये अश्वगंधा का चूर्ण

दिमाक के लिये आप अश्वगंधा का चूर्ण का इस्तेमाल कर
सकते है। अश्वगन्धा का चूर्ण दिमाक को नीद की मात्रा को
बढ़ाता है। जो दिमाक के लिये नीद भी बहुत जरूरी है । यह दिमाक को शांत रखता है। 

तेज दिमाक के लिये दिमाक का शांत रहना ठीक है। अश्वगंधा का चूर्ण के अंदर ऐसे तत्व होते है जो दिमाक को शांत करते है इसलिये यह दिमाक को फायदा करते है। इसलिये सीमित मात्रा में अश्वगंधा का चूर्ण का इस्तेमाल  पानी से कुछ दिन कर सकते है। 

किसी आर्युवेद की परामर्श  निर्देशन व देखरेख में उचित रहता है। यह पूरी तरह से आर्युवेदिक जड़ी है। बीमार ब्यक्ति को जो किसी समस्या से जूझ रहा है उसको डॉक्टर निर्देशन की खास जरूरत है।

दिमाक तेज के लिये खाये बादाम

यदि आपको लगता है कि आपका दिमाक कमजोर है तो आपको रोजाना सुबह बादाम ब भीगे चने का सेवन करना
चाहिये।बादाम आपके दिमाक को अंदुरुनी शक्ति देता है।इसमें विटामिन ई होता है। 


जो दिमाक के लिये जरूरी है।रोज 5 से 6 बादाम खाना पर्याप्त है। यदि आप दो बादाम भी खाते है तो वो भी पर्याप्त हो सकता है। यह आपके शरीरपर निर्भर करेगा। लेकिन ज्यादा बादाम खाने से मुँह के अंदरघाव हो जाते है ।  उसके लिये संतरा खा सकते है।जब भी आप बादाम का सेवन खाने में बढ़आते है तो साथ ही साथ विटामिन बी व सी का सेवन भी बढ़ा देना चाहिये। 

ये दोनों विटामिन किन्नू,संतरा में मिलते है । इसलिये आपको संतरा का सेवन बढा देना चाहिये। बादाम दूध का सेवन भी दिमाकतेज के लिये कर सकते है।ये सब चीजें उन चीजों को दूर कर देगी जो तेज दिमाक को करने में आड़े आ रही है।

दिमाक तेज के लिये जटामांसी का सेवन करे

दिमाक तेज के लिये आधा छोटी चम्मच जटामांसी का चूर्ण को दूध के साथ मिला कर इस फंकी मारकर कुछ दिन लेने से दिमाक तेज होता है। इसलिये जब भी आपको लगे कि
आपका दिमाक को एक्स्ट्रानकुछ चाहिये तो जटामांसी का सेवन कर सकते है।






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