सुबह खाली पेट नीम की पत्ती खाने के फायदे / subah khali pet neem ki patti khane ke fayde hindi

सुबह खाली पेट नीम की पत्ती खाने के फायदे / Subah khali pet neem ki patti khane ke fayde hindi

नीम के पत्तो का प्रयोग ज्यादातर देशों में दवा व दातुन के रूप में किया जाता है। दवा में इसका प्रयोग त्वचा की दवा, कुष्ठ रोग, त्वचा के घाव , त्वचा के अल्सर, भूख न लगना,नेत्र रोग सबसे ज्यादा रक्तशोधन में इसका इस्तेमाल किया जाता है। यह रक्क्तशोधन की वजह से  ह्रदय को भी लाभ मिलता है।  नीम की पत्तियों को उबाल कर पीने से बुखार में भी राहत मिलती है। मधुमेह में इसका अच्छा असर देखा गया है। ब्लड शुगर को यह नियंत्रित रखता है। मसूड़ो की बीमारी में यह कारगर है। मसूड़ो की समस्या होने दाँतो पर नीम के पत्तो को रगड़ना चाहिये। थोड़ी देर छोड़ देने के बाद कुल्हा कर लेना चाहिये। मसूड़ो के दर्द में राहत मिलती है।

नीम की पत्ती के फायदे / neem ki patti ke fayde
सुबह खाली पेट नीम की पत्ती खाने के फायदे

नीम को  ओषधि  के रूप में जाना जाता है। यह सबसे सरल ओषधि है। दुनियाभर में इसका इलाज के रूप में पारंपरिक रूप से इस्तेमाल किया जाता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन who
भी मानता है कि विश्व मे 80 प्रतिशत लोग पारम्परिक इलाज ही करते है। ये दवाइया पेड़ पौधों से बनाई जाती है।
नीम की दातुन बहुत महशूर है। नीम की दातुन का इस्तेमाल करके दाँतो के बहुत से रोग से हम निजात पाते है। जिनमे पायरिया व दूसरे बीमार है। नीम के पत्ते मच्छर भागाने के काम काम भी आते है। नीम लीवर में भी सुधार करता है।यह ब्लड शुगर को भी नियंत्रित करता है।

नीम के फायदे त्वचा के लिये/  neem benefits for skin hindi                                                        सुबह खाली पेट नीम की पत्ती खाने के फायदे

नीम एक ऐसा पेड़ है जो अपने आसपास जीवाणु पैदा नही होने देता है। नीम जीवाणुरोधी, रोगाणुरोधक,गुण के कारण बैकटीरिया को मारने में मदद करता है। जो मसूड़ो की सूजन व अन्य बीमारियों का कारण बनते है। नीम के पत्तो का रस दाँत पर मसूड़ो पर रगड़ने से दाँत दर्द मसूड़ो की सूजन में फायदा मिलता है। नीम के पत्तो को दाँतो में मसूड़ो में रगड़ कर 10 से 15 मिनट छोड़ दे । उसके बाद गर्म पानी से कुल्हा कर ले। दाँतो व मसूड़ो में फायदा मिलता है। 

नीम के फायदे खून को साफ करने में /neem benefits for blood purification

नीम की पत्तियों में ऐसा तत्व है जो खून को सफाई करने के लिये लाभदायक है। यह बहुत हीअच्छा ब्लड प्यूरिफिकेशन 
है।यह विषहर के रूप में कार्य करता है। नीम में वो जादुई शक्ति है कि यह शरीर के सभी भागों में ओक्सीजन  व पोषक तत्व ले जाने में सक्षम है। जिससे इससे ह्रदय को भी लाभ पहुँचता है।

सुबह खाली पेट नीम  पत्ती खाने के फायदे / subah khali pet neem ki patti khane ke fayde hindi

सुबह नीम की खाली पत्ती का इस्तेमाल करने से यह रक्क्त शोधन, दाँतो के दर्द, मसूड़ो के दर्द ,ह्रदय, लीवर, भूख, में फायदा करता है। नीम की पत्ती की गोली बना कर भी पानी से निगल सकते है। लेकिन सबसे बढ़िया ताजे नीम के पत्तो का रस निकाल कर पी सकते है। यह मधुमेह को नियन्तित करता है। कैंसर में भी लाभदायक है। मुँह के अल्सर में फायदा करता है। त्वचा रोग में भी यह लाभदायक है। त्वचा के घाव, नेत्र रोग में ये लाभदायक है।ब्लड प्रेशर को कंट्रोल
करता है। मुहासों में जो छिद्र बन्द हो जाते है उनको खोलता है। इसका खाने के साथ ही लेप लगा कर त्वचा पर त्वचा रोग घाव फोड़े फुंसी पर कंट्रोल किया जा सकता है।

नीम के फायदे मुँह के घावों में / neem good for oral health hindi

नीम की पत्तियां जीवाणुरोधक और रोगाणुरोधक है। इस गुण के कारण नीम बेक्टेरिया को मारने में सक्षम है। यह मुँह के घावों को ठीक करती है। उसके लिये नीम को पानी मे गर्म करके उसके गुनगुने पानी से कुल्हा करने पर मुँह के घाव में फायदा करता है। नीम का रस पीने से  मुँह के घाव में फायदा मिलता है। 

नीम के फायदे मधुमेह में / neem good for diabetes
Hindi

नीम  मधुमेह को नियंत्रित करने में कारगर है।यह बड़े हुए शुगर को कंट्रोल करता है। यदि आप मधुमेह रोगी है तो चिकित्सक के मुताबिक ही नीम लेना चाहिये।यदि आप शुगर की दवा ले रहे है और साथ ही नीम भी लेते है तो यह शुगर को ज्यादा कम कर देगा। जो कि स्वास्थ्य के लिये नुकसान देय है।


नीम पेट के कीड़ों को निकालने में सक्षम है/   neem for intentional worms hindi

नीम पेट के कीड़ों को निकालने में सक्षम है। जब हम नीम का सेवन करते है तो कुछ दिन बाद कीड़े अपने आप बाहर
निकल जाते है। पेट को सीमित मात्रा में नीम देने से फायदे ही होते है। यह पेट के विकारों को ठीक करता है।

नीम के नुकसान / neem ke nuksan hindi

नीम को सीमित मात्रा में इस्तेमाल करना चाहिये।नीम की दातुन आप रोजाना कर सकते हो। मधुमेह होने पर जब दवाइया ले रहे है तब नीम चिकित्सक के मुताबिक ले। 




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