बृहस्पति ग्रह के कमजोर लक्षण और उपाय

बृहस्पति ग्रह के कमजोर लक्षण

 बृहस्पति देव देवताओं के गुरु है। नवग्रहों में बृहस्पति को गुरु का स्थान प्राप्त है। बृहस्पति का रंग पीला है। जो धन व ज्ञान से जुड़ा मामलों को नियंत्रित करता है। जितने भी धन से जुड़े चीजे है जैसे सोना, तिजोरी व  संस्कार से जुड़ी चीजो
का बृहस्पति से समन्ध है।  बृहस्पति का स्वरूप बड़ा व विशाल है।जब यह कुंडली व हथेली में खराब दशा में हो तो
मानव को अपने जीवन मे बहुत कष्ट झेलने पड़ते है। 

कुंडली मे बृहस्पति कमजोर लक्षण

1 बृहस्पति कुंडली मे  कमजोर होने पर ब्यक्ति का मन पढ़ाई लिखाई में कम लगता है। यदि किसी तरह से पढ़ भी ले तो यथेष्ट फल नही मिलता है।
2 बृहस्पति कुंडली मे कमजोर होने पर ब्यक्ति कामन चंचल व एक काम पर टिका नही रहता है।
3 बृहस्पति के कमजोर होने पर पाचन समन्धि परेशानी का सामना करना पड़ता है। पेट को रोग जैसे गैस, बबासीर,लीवर स्मन्धी रोग से ब्यक्ति परेशान रहता है। यहाँ तक देखा गया है कि जिन लोगो की कुंडली मे बृहस्पति कमजोर है उनको कैंसर तक देखा गया है।
4 कुंडली मे बृहस्पति कमजोर होने की दशा में  ब्यक्ति मोटापे से  परेशान रहता है। मोटापे से समन्धित रोग होते है।
5 महिलाओं में विवाह की पूरी जिमेदारी बृहस्पति की होती है।यदि किसी महिला का विवाह नही हो रहा है तो कुंडली मे उसकी बृहस्पति कमजोर है।

बृहस्पति के उपाय  कैसे दूर होगा मोटापा व शारीरिक परेशानी

मोटापा बबासीर जैसी बीमारियां पाचन तंत्र के खराब के कारण होती है। यदि इस तरह की समस्या से ग्रसित है तो समझ लीजिए कि आपकी कुंडली मे बृहस्पति कमजोर पोजीशन में है। 

1 ॐ  बृ    बृहस्पते नमः इस मंत्र का जाप सुबह शाम करे।
2 खाने में नीबू व दही का सेवन करे।
3 एकादशी का व्रत करे। बृहस्पति वार का व्रत करे।
4 बृहस्पतिवार को नमक नही खाये।
5  गुरुवार को पीले कपड़े पहने।
6 पीला रुमाल साथ रखे।
7 रोज सुबह पीपल के पेड़ में जल चढ़ाया करे।

भोजन में हरी सब्जियो का प्रयोग ज्यादा करे।अनाज कम खाये। ताँबे के बर्तन का पानी पीना चाहिये।दाहिने हाथ की अंगुली में सोने या पीतल की अंगूठी पहनी चाहिये।

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