तुलशी के फायदे / Tulshi ke fayde hindi

तुलशी के फायदे / tulsi ke fayde hindi

तुलशी एक ओषधि पौधा है। इसकी ऊँचाई लगभग 30 से 60 सेंटीमीटर होती है। तुलशी पौधे के बहुत सारे ओषधि गुणों के कारण इसका हिन्दू धर्म मे बहुत महत्व है।तुलशी पौधे को हिदू धर्म मे पूजा जाता है। इसको दैवीय की उपाधि प्राप्त है। जो हिन्दू धर्म मे शास्त्रो में लिखा है। जहाँ तक ओषधियों की बात है यह अनेक रोगों में काम आती है।तुलशी एक ऐसा पौधा है। जिसमे विटामिन और खनिज प्रचुर मात्रा में मिलते है।तुलशि की अनेक प्रजातीय है।उनमें राम तुलशी, कृष्ण तुलशी,स्वेत तुलशी, आदि है। इसके फूल छोटे छोटे सफेद और बैगनी रंग के होते है। इसका पुष्पकाल जुलाई से अक्टूबर तक होता है।

तुलशी के फायदे एवम उपयोग / Tulsi benefits and uses hindi

तुलशी के पौधे की पत्तियां को तोड़कर खा सकते है। इसके पत्ते बहुत गुणकारी होते है। इनको पानी मे उबाल कर, चाय में डाल कर पी सकते है। तुलशी के बीज व पत्तियों का चूर्ण बना कर उनका ओषधि इस्तेमाल कफ वात दोष को कम करने, पाचन शक्ति व भूख को बढ़ाने , रक्क्त को शुद्ध करने वाले गुण होते है। तुलशी के पत्ते के फायदे बुखार,दिल से जुड़ी समस्याओं, पेट दर्द, मलेरिया ओर बैक्टीरिया संक्रमण में फायदे है।आर्युवेद में राम तुलशी की जगह स्याम तुलशी को प्रमुख माना गया है।

तुलशी के फायदे रतोंधी में   / taja  Tulsi ras  benefits in night blindness

जिन लोगो को रात या रात के समय दिखाई नही देता है। वह नाईट ब्लाइंडनेस की समस्या से ग्रसित है। उनको तुलशी की पत्तियां फायदेमंद है। इसके लिये काली तुलशी के रस को सोने से पहले  आँख में डाले। तुलशी में विटामिन A की पर्याप्त मात्रा होती है जो night blindness रतोंधी में फायदा मिलता है।तुलशी में एंटीऑक्सीडेंट होते है।वह आंखों के लिये जरूरी है। ताजा तुलशी का रस आंखों की सूजन को कम करता है।आमतौर पर यह विटामिन A की कमी के कारण होता है।

सिर दर्द में आराम दिलाती है तुलशी / Tulsi benefits for  Headache hindi
 
सिर दर्द में तुलशी  में तुलशी की दो बुंदे  नाक में डाले । तुलशी रस को नाक में डालने सिर दर्द में आराम मिलता है।सिर्फ उपयोग का तरीका सही होना चाहिये।तुलशी की ताजा पत्तियों का सेवन भी सिर दर्द में राहत देता है।

मस्तिष्क के लिये फायदेमंद है तुलशी / Tulsi leaves benefits for brain hindi

तुलशी में ऐसे तत्व व विटामिन खनिज है जो मस्तिष्क के लिये फायदेमंद है। यह मस्तिष्क की कार्य क्षमता को बढ़ाता है। याददाशत को तेज करता है। रोजाना 4 से 5 पत्तियां खाना प्रयाप्त है।

कान के दर्द व सूजन में लाभकारी / Tulsi benefits for ear pain and swelling hindi

तुलशी पत्र स्वरस गर्म करके 2 और 2 बुंदे कान में डाले। इससे कान दर्द में आराम मिलता है। कान में सूजन होने से आराम पाने के लिये तुलशी के पत्ते व अरंडी की कोपले को पीसकर सेंधा नमक मिलाकर कान के पीछे गुनगुना लेप करें। सूजन व दर्द में राहत मिलेगी।तुलशी के पत्ते भी खा सकते है।

 तुलशी के फायदे दांत दर्द में / Tulsi benefits for toothache  hindi

तुलशी ऐसी ओषधि है जो दांत दर्द में आराम दिलवाती है।दांत दर्द में तुलशी के पत्ते व काली मिर्च की गोली दांत के नीचे रखने से दांत दर्द में आराम मिलता है।

गले से जुड़ी समस्याओं में तुलशी के फायदे/ tulsi benefits in throat problem hindi

तुलशी के फायदे गले की समस्या , सर्दी की समस्या । जिसमे नाक बहती है। गला भारी होता है। बुखार होता है। तुलशी के पत्ते का काढ़ा काली मिर्च डालकर बनवाये।यह सर्दी जुकाम बुखार में फायदा करती है। तुलशी के पत्ते का काढ़ा बना कर कुल्हा करे। तुलशी पत्ते,हल्दी,सेंधा नमक कुल्हा करने से फायदा होता है।

तुलशी के फायदे खाँसी में  / Tulsi leaves benefits in cough hindi

तुलशी के पत्ते से बने शर्बत को बच्चों को 1चम्मच तक सेवन करने से खाँसी में आराम मिलता है। यह गले की खराश में भी फायदा करता है। तुलशी को पानी  मे मिलाकर पीने से जुकाम व दमे में फायदा मिलता है। पानी  में तुलशी पत्ता कुछ  अदरक   कुछ काली मिर्च  को उबाल लें। जब पानी चौथाई रह जाये तो निकाल ले। यह कफ खांसी सामान्य  सर्दी में फायदा करता है।

तुलशी के फायदे सुखी खाँसी दमा में आराम / Tulsi leaves benefits dry cough and dama hindi

तुलशी के सुख खाँसी में राहत देती है। यह दमा रोग में भी फायदा करती है। दवा बनाने का तरीका तुलशी की मंजरी,सोठ,प्याज का रस,शहद को मिलाकर चाटने से फायदा मिलता है।

तुलशी के फायदे डायरिया व पेट की मरोड़ में / tulsi benefits diarrhea  And stomach pain hindi

तुलशी की कुछ पत्तियां संख्या में 8 से 10 हो सकती है।उसमें 1ग्राम जीरा लेकर शहद में मिलाकर खाने से डायरिया व पेट की मरोड़ में फायदा होता है।

तुलशी के फायदे अपच व अजीर्ण में  /  tulsi benefits in indigestion

अगर पाचन कमजोर है। अपच अजीर्ण की समस्या है। तो तुलशी मि दी ग्राम मंजरी को पीसकर काले नमक से खाना चाहिए। यह पेट की अपच व अजीर्ण में फायदा करता है।

तुलशी के फ़ायदे  तीर्व बुखार में / tulsi benefits in fever hindi

यदि बुखार की शिकायत है और त्रिव बुखार है।तुलशी कि पत्तियों को पानी मे इलाइची पाउडर मिलाकर काढ़ा बना ले।कई बार पीने से बुखार में राहत मिलती है। साथ ही यदि सर्दी जुकाम है तो अदरक कालीमिर्च तुलशी  पत्ती का काढ़ा बना ले । दूध मिला कर चाय पीने से फायदा मिलता है।

तुलशी पत्ते के फायदे प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करे / tulsi leaves benefits immunity strong hindi

ताजा तुलशी के पत्ते खाने से इम्युनिटी मजबूत होती है।तुलशी में एंटीऑक्सीडेंट होते है जो शारीरिक गतिविधि के लिये जरूरी है। तुलशी का उपयोग स्वसन समन्धित इलाज के लिये भी किया जाता है।अस्थमा उनमे से एक है। यह अन्य समस्या जैसे ब्रोकइटिस, फेफड़ो के संक्रमण का इलाज करने में मदद करती है। जो मुख्य रूप से कमजोर इम्युनिटी सिस्टम के कारण होता है। स्टडी से तो यह तक पता चला है कि  तुलशी में बहुत से योगिक होते है जो शरीर मे एंटीबॉडी के उत्पादन में 20 प्रतिशत की वृद्धि कर देते है जो संक्रमण से लड़ते है।अच्छे परिणाम के लिये ताजा तुलशी के पत्ते ज्यादा फायदे करते है।

तुलशी के पत्ते गुर्दे की पथरी में फायदा / tulsi leaves benefits in kidney stone hindi

तुलशी गुर्दे की कार्यप्रणाली पर अच्छा प्रभाव डालती है। तुलशी एक डिटॉक्सिफायर है। हल्के मूत्रवर्धक होने से पथरी में फायदा करती है।गुर्दे को ठीक रखने के लिये 4 से 5 पत्तियां रोजाना खाना ठीक रहता है। यदि पेट मे पथरी है तो तुलशी की पत्तियों को चबा ले। तुलशी के रास को शहद के साथ समान मात्रा से खाने पर  5 से 6 महीना खाने से पथरी निकल जाती है । 


तुलशी के फायदे स्किन इन्फेक्शन में / tulsi leaves benefits in skin infection hindi

तुलशी  में एंटीबायोटिक गुण होते है। जो संक्रमण के इलाज में फायदा करती है।यह बैक्टेरिया के विकाश को रोकती है। स्किन समस्या में तिल के तेल में तुलशी के पत्ते पीसकर उबाले यह एक स्किन समस्या का सरल तरीका इलाज का है। और प्रभावित क्षेत्र में लगा देते है या घुलाई कर लेते है।कुछ दिन करने से स्किन समस्या में फायदा होता है। यदि रोगी को दाद की समस्या है तो नीबू में तुलशी का रस बराबर मात्रा में मिला कर प्रभावित क्षेत्र में लगाने से फायदा होता है। तुलशी के पत्तो को बेसन के साथ लगाने से भी फायदा त्वचा समस्या में मिलता है।

तुलशी के फायदे कैंसर में / tulsi benefits in cancer treatment hindi

Studies से पता चलता है कि तुलशी के पत्ते त्वचा कैंसर, लीवर कैंसर, मुँह कैंसर,फेफड़ो का कैंसर, ट्यूमर कैंसर में फायदा करता है। nutrition and cancer में प्रकाशित रिपोर्ट से ये पता चलता है कि यदि हम अपने जीवन मे तुलशी का सेवन करते है तो इसके कैंसर के विभिन कैंसर में फायदे है। खासकर जो ऊपर दिए गए है। तुलशी को किसी भी रूप में खाने से कैंसर में फायदा करता है। अदरक और तुलशी का काढ़ा कैंसर के साथ साथ बहुत सी बीमारियों में फायदा करता है।


तुलशी के नुकसान

तुलशी शरीर मे रक्क्त को पतला करती है। इसलिये रक्क्त पतला करने वाली दवा के साथ न ले।जिन लोगो को मधुमेह है या हाइपोग्लाइसीमिया है उनको ये कम मात्रा में लेनी चाहिये।ये शरीर मे शुगर का स्तर कम कर देती है। गर्भावस्था में भी 4 महीने तक तुलशी का सेवन कम करना चाहिये। तुलशी कि तासीर गर्म होती है। इसलिये ये गर्भाववस्था में शुरुवात में नुकसान दे सकती है। 
तुलशी अदरक काली मिर्च की चाय ज्यादा नही पीनी चाहिये।समस्या होने पर ही पिये।










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