ultiya rokne ke upay hindi / उल्टियां रोकने के उपाय

 उल्टियां रोकने के उपाय /ultiya rokne ke upay

उल्टियां क्यो आती है
* मानव शरीर की बनावट जिस तरह की है। उसमें पेट मे जब भी ज्यादा मात्रा में भोजन चला जाता है तो पेट उसे सहन नही कर पाता है और मुँह के रास्ते बाहर निकाल देता है। यह अपचन की स्थिति में होता है।
* आमाशय के अंदर विषाक्त पदार्थों का आने से आमाशय उस पदार्थ को सहन नही कर पाता है। और बलपूर्वक बाहर निकलता है।उसे उल्टियां कहते है।
*उल्टी एक अनकंट्रोल अनवांटेड शारीरिक प्रकिर्या है। जो पेट के अंदर मौजूद पदार्थ को बाहर निकलता है।
*उल्टी किसी बीमारी का संकेत भी हो सकता है।गेस्ट्रोइंस्टीन विकार से जुड़ी बीमारी के अलावा  कुछ और बीमारिया भी इसका कारण बनती है।
* दिल का दौरा पड़ने पर भी उल्टी मतली होती है।यह एंजाइना का सामान्य लक्षण है। जब दिल का निचला हिस्सा प्रभावित होता है उस समय यह अनुभव होता है।
*उल्टियां मस्तिष्क का वह भाग कंट्रोल करता है।जो अनवांटेड चीजो को कंट्रोल करता है।
*फेफड़ो के संक्रमण के कारण निमोनिया,और ब्रोंकाटिस आदि से भी उल्टी मतली होती है।
* जब हमारे शरीर मे कोई अंदुरुनी या बाहरी घाव होता है।वह घाव जहर बनकर खून में धीरे धीरे खून को खराब करता है। उस दौरान भी उल्टियां आती है।
*भोजन समन्धित विकार के कारण के कारण भी उल्टियां आती है। जैसे उरद दाल भोजन में खाने से बहुत को पच नही पाती है।खासतौर पर यह ठंड में पचना आसान नही होता है। बासी भोजन भी उल्टियां करा देता है।

उल्टी होने के कारण  /  vomiting causes hindi

* उल्टी होने के कारण अनेक है। इसमें पेट मे जलन होना एक वजह हो सकती है।यह किसी वायरस या  संक्रामण के कारण हो सकता है। इसमे पेट मे एठन के साथ दर्द  भी  होता है। और ब्यक्तति रोगी बन जाता है। वह उल्टियां करने
लग जाता है।
* यदि कोई ब्यक्ति ठंड में लापरवाही करता है।उसे बुखार व    ठंड से उल्टियां आने लगती है।
* यदि कोई ब्यक्ति गर्मी में लापरावाही करता है।गर्मी से अपने को नही बचाता है।तो गर्मी में तापमान बढ़ने से बुखार आ जाता है। सिर गर्म हो जाता है। चक्कर आने लगते है।और उल्टियां भी आने लगती है।
* Stomach flu के कारण भी उल्टियां आती है। जिसे गैस्ट्रोइंटेरिटीएस भी कहते है।
*Food poisoning की वजह से भी उल्टियां आती है।यह उल्टियां खाने में विषाक्त पदार्थ होने से होता है।
*शराब व धूम्रपान साथ कुछ अंग्रेजी दवाओं के दुष्प्रभाव के कारण भी होता है।जैसे आईब्रूफिन की गोली के कारण भी पेट मे जलन व उल्टियां होती है।
*पेट से जुड़ी बहुत सी बीमारी के कारण उल्टी हो सकती है। इनमें पाचन अंगों के रोग सामिल है। जैसे अग्नाशय ,गुर्दे के रोग,हेपेटटीस, पित्ताशय, ।
* डायविटीज के रोगी भी कई बार उल्टियां करते है। खून में असन्तुलन के कारण इन्सुलिन का बढ़ जाना इसकी वजह हो सकती है।
* किसी प्रकार की सर्जरी भी उल्टी का कारण हो सकती है।जिसमे रोगी घृणा मस्तिष्क में समा जाती है और वह उल्टी के रूप में बाहर निकलती है।
*आंतो की किसी सर्जरी में भी उल्टियां आ सकती है।
*हर्निया या पाचन तंत्र का ठीक से कम न कर पाने के कारण भी उल्टियां आ सकती है।
*पेट का ट्यूमर या किसी प्रकार की अंदुरुनी अकड़न भी उल्टी का कारण हो सकती है। इंफ्लेमेट्री बाउल डीजीज india आदि भी उल्टी की वजह हो सकती है।


उल्टिया रोकने के घरेलू उपाय / ulti rokne ke upai hindi

उल्टिया ऐसी चीज है यह शरीर के असन्तुलन के कारण किसी को भी हो सकती है। छोटे बच्चों दूध पीकर उल्टिया कर देते है।जो घरेलू उपाय नीचे दिये जा रहे है वह सभी को फायदा करेगे।

1 उल्टिया ज्यादातर पाचन व अग्नाशय की समस्या से होती है। इसलिये आप बड़ो को एक चमच्च अदरक का रस निकाल कर उसमे नीबू की पांच बुंदे डाल कर रोगी को पिला दे।  रोगी को  आराम मिलेगा।यदि छोटा बच्चा है तो यह रस अदरक नीबू के रस को घुट घुट करके दिन में तीन बार पिलाना चाहिये। 4 घंटे के अंतराल पर देना उचित रहता है।बच्चो की इम्युनिटी कमजोर रहती है इसलिये उनकी इम्युनिटी को यह धीरे धीरे ठीक व मजबूत करेगा।बच्चा उल्टिया करना भी बंद कर देगा।
2 उल्टिया होने से बच्चों के या बड़ो के शरीर मे पानी की कमी हो जाती है। इसलिये यदि ठंडे दिन है तो गुनगुना पानी बच्चों को पिलाना चाहिये।बड़ो को भी गुनगुना पानी ही पीना चाहिये।यह यचित रहता है। गर्मियों में आप सामान्य पानी दोनों को दे सकते है। कोशिश करे 12 घंटे बाद ठोस आहार दोनों को देना चाहिए। चाहे बच्चे हो या बड़े।
3 पोदीना की चटनी में नीबू का रस डालकर सेंधा नमक की चटनी भी उल्टियों में फायदा देती है। पोदीना व नीबू के रास में शहद मिलाकर देने से बच्चों को आराम मिलता है।
4 इलाइची को पीसकर बच्चों को थोड़ी सी मात्रा में देने से उल्टियों में आराम मिलता है।ulti rokne ke gharelu  upai hindi
5शहद व एप्पल साइडर विनेगर को एक गिलाश पानी मे मिलाकर देने से आराम मिलता है। बच्चों को यह थोड़ी थोड़ी मात्रा से घुट घुट पिलाना चाहिये।इससे उल्टिया रुक जाती है।यह पेट की सफाई भी करेगा। और उल्टिया व पाचन में आराम देगा।उल्टी होने के घरेलू कारण / ulti rokne ke gharelu upay hindi
5  उल्टिया होने पर प्याज व अदरक का रस निकाल कर रोगी को दे सकते है। अदरक पाचन के लिये रामवाण है। प्याज एक ओषधी है जिसका हमारे शरीर पर अनेक रोगों से लड़ने में सहायक है। गर्मियों में हम प्याज का सेवन इसी लिये ज्यादा करते क्योकि इससे लू नही लगती है उल्टिया नही होती है। ulti rokne ke gharelu upai hindi
6 एक चम्मच अदरक के रास में काली मिर्च व सेंधा नमक मिलाकर पीने से उल्टिया कम होती है।


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