क्या दिल के रोगी ( Can Heart patient enjoy sex ) शारीरिक समन्ध बना सकते है / Can heart patients conduct Sexual relationship hindi

क्या दिल के रोगी ( Can Heart patient enjoy sex)  शारीरिक समन्ध बना सकते है /  Can heart patient Conduct Sexual relationship hindi

 दिल के रोगी जिनका ह्रदय कमजोर है। जिनका ह्रदय विशेषज्ञ चेतावनी दे चुके है कि वे ह्रदय रोगी है। उनको  शारीरिक समन्ध बनाते समय सावधानी रखनी चाहिये। दिल के रोगी जिनका ह्रदय  ज्यादा धड़कता है या  ह्रदय कमजोर है उनको शारीरिक समन्ध से तब तक दृर रहना चाहिये जब तक की  ह्रदय मजबूत न हो जाय। ह्रदय रोगियों का इलाज लंबा चलता है। कम से कम एक साल से ऊपर जब इलाज हो जाय तब वह  शारीरिक समन्ध बना सकते है लेकिन उसमे भी बहुत सावधानी की आवश्यक्ता है। जैसे कि शारीरिक समन्ध बनाते समय जोश के कारण हमारे दिल की धड़कन बढ़ जाती है । 

दिल के रोगियों को ध्यान रखना चाहिये कि शारीरिक समन्ध बनाते समय बहुत ही सावधानी बरतें ओर अपने को नियंत्रित रखे। दिल को धड़कन को काबू में रखे। शारीरिक समन्ध बनाते समय पूर्ण  जोश न लाये। यदि  ह्रदय रोगी शारीरिक समन्ध  बनाते समय पूरे जोश में होंगे तो दिल की धड़कन ज्यादा बढ़ सकती है।   ह्रदय रोगी जितना हो सके शारीरिक समन्ध से दूरी बना कर रखे। यह उनके जीवन के लिये फायदेमंद होगा। दिल के रोगी हॉट सेक्स से बचे । सेक्स के दौरान अपने को काबू में रखे । अपनी भावनाओं में न  बहे। 
सेक्स के दौरान उतना ही उत्तेजक होना चाहिये जितने में काम चल जाये। यह ह्रदय रोगियों के लिये बहुत आवश्यक है। सेक्स एन्जॉय कर सकते है लेकिन  अपने स्वभाव में काबू रखें। ह्रदय रोगीयो का दिल कमजोर रहता है ओर बहुत बार यह ज्यादा कमजोर हो जाता है। यदि ह्रदय रोगी दवाइया समय पर लेते रहते है तब सब ठीक रहता है लेकिन यदि वे समय पर दवाइया नही लेते है ओर उनका ह्रदय यदि कमजोर है तो उनके लिये यह सेक्स घातक भी हो सकता है। ह्रदय रोगी बाहरी तोर पर तो सामान्य दिखता है लेकिन उसके अंदर में क्या चल रहा है यह जानने के लिये जांच बहुत जरूरी है। समय समय पर किसी ह्रदय विशेषज्ञ से अपनी ह्रदय की जांच ओर कोलोस्ट्रोल की जांच करवाते रहे। यह ह्रदय रोगियों के लिये उचित होता है। डॉक्टर उनको उचित परामर्श देगे। एक चीज ओर देखने को मिलती है कि बहुत बार ह्रदय रोगी घबरा जाते है । ह्रदय रोगियों को घबराना नही है उनको उचित समय पर जांच ओर दवा की जरूरत होती है। यह उन्हें कोई अच्छा ह्रदय रोग विशेषज्ञ ही परामर्श दे सकता है। आप यदि ह्रदय रोगी है तो आपको  घबराना नही है  क्योकि बहुत बार जब ह्रदय रोगी ज्यादा घबरा जाते है डर जाते है तो यह उनके लिये प्राण घातक हो सकता है।
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